धन्य हैं तेरे मात-पिता तूज जैसी सिंद्मगणी ने जन्म दियों। धन्य हैं तेरे मात-पिता तूज जैसी सिंद्मगणी ने जन्म दियों।
और नागरिक रजिस्टर के निर्माण का रास्ता शाहीन बाग से होकर गुजरता है। और नागरिक रजिस्टर के निर्माण का रास्ता शाहीन बाग से होकर गुजरता है।
मैं भी तो लड़को की भांति हूं, हर जगह ही रखती शांति हूं। इस जगत की रचना में मैंने अपना मैं भी तो लड़को की भांति हूं, हर जगह ही रखती शांति हूं। इस जगत की रचना में ...
थके-थके से शब्द हैं तो भी थके-थके से शब्द हैं तो भी
थके-थके से शब्द हैं तो भी छुक-छुक रेलगाड़ी-सी चल रही है.............. थके-थके से शब्द हैं तो भी छुक-छुक रेलगाड़ी-सी चल रही है..............
कितना मुझको इनसे प्यार! कितना मुझको इनसे प्यार!